माँ की महिमा अपार माँ की महिमा अपार
जड़ता का नाम जीवन नहीं, उगती फसल सा रूप अपनाएं , मनुष्यता के स्तर से न गिरें,धरातल पर जड़ता का नाम जीवन नहीं, उगती फसल सा रूप अपनाएं , मनुष्यता के स्तर से न गिरें,...
रिश्तों की कोई परिभाषा है, या रिश्ते यूं ही बन जाते हैं ? जबरदस्ती कोई रिश्ते बनाता ह रिश्तों की कोई परिभाषा है, या रिश्ते यूं ही बन जाते हैं ? जबरदस्ती कोई रिश...
ये रंगों की होली एक बार आती बरस में इधर होली रंगते दिखाई देते हैं हर पल में। ये रंगों की होली एक बार आती बरस में इधर होली रंगते दिखाई देते हैं हर प...
तो तू भी है मेरे चारों धाम। माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम।। तो तू भी है मेरे चारों धाम। माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम।।
जब माँ शिकायत करती है अपनी बेटी सेकि तू भूल गई है मुझे। तब बेटी के दिल से निकले ये शब्द। जब माँ शिकायत करती है अपनी बेटी सेकि तू भूल गई है मुझे। तब बेटी के दिल से निकले ...